धर्म ये इतना सरल नहीं है, ख़ुशी से बीते जीवन सारा, इसमें जीने का ये हल नहीं है,
मोह माया से बचके रहते, सांसारिक बंधन इसकी पहल नहीं है|
अलग अलग युगो में शिक्षा देने, भिन्न भिन्न संस्थापक आये थे,
अहिंसा और अपरिग्रह का ज्ञान दे गए, २४वे संस्थापक महावीर कहलाये थे|