बैसाखी का दिन निराला, स्थापना के साथ साथ, सिखों को दिया सिंह नाम है,
मुण्डे पर जचता पगड़ी और धोती कुरता, पटियाला सूट कुडियो की पहचान है|
भांगरे से ताल मिलाकर जब जब ढोल नगाड़ा बजता है,
एक जुट होता जन-समूह ये सारा, रंग बिरंगा हिंदुस्ता मेरा सजता है|
बैसाखी का दिन निराला, स्थापना के साथ साथ, सिखों को दिया सिंह नाम है,
मुण्डे पर जचता पगड़ी और धोती कुरता, पटियाला सूट कुडियो की पहचान है|
भांगरे से ताल मिलाकर जब जब ढोल नगाड़ा बजता है,
एक जुट होता जन-समूह ये सारा, रंग बिरंगा हिंदुस्ता मेरा सजता है|