दर्द भी आज रोने लगा, जब दिल के दर्द को दर्द हुआ,
हम दर्द में जी रहे थे ज़िंदगी हमारी, पर अब दर्द भी बेदर्द हुआ।
हंसी के परदे लगा दिए लबों पर, की आह कही निकल ना जाये,
रोशनी के परदे लगा दिए आँखों पर, की आंसू कही छलक ना जाये,
दर्द भी आज रोने लगा, जब दिल के दर्द को दर्द हुआ,
हम दर्द में जी रहे थे ज़िंदगी हमारी, पर अब दर्द भी बेदर्द हुआ।
हंसी के परदे लगा दिए लबों पर, की आह कही निकल ना जाये,
रोशनी के परदे लगा दिए आँखों पर, की आंसू कही छलक ना जाये,