आज़ादी का था जो दीवाना, सुभाष चंद्र जी नाम है,
आज इनकी जयंती पर, इन्हे शत-शत प्रणाम है|
सबकी कोशिशों को नाकाम किया था,
अंग्रेजो को सरेआम किया था,
आज़ादी का था जो दीवाना, सुभाष चंद्र जी नाम है,
आज इनकी जयंती पर, इन्हे शत-शत प्रणाम है|
सबकी कोशिशों को नाकाम किया था,
अंग्रेजो को सरेआम किया था,
पुराना साल गया नहीं…..नया साल आ गया…….
जो चला गया वो दे गया सपने,
जो चला गया वो दे गया यादें,
कैसे भूले दिन वो दुःख के, कैसे जिए दोबारा दिन वो सुख के,
जो चला गया वो दे गया हज़ारों बातें|